दूर रहें सब एक दूजे से, पर तार दिलों के जुड़े रहें, हिन्दू हों या मुस्लिम हों पर मानवता दूर रहें सब एक दूजे से, पर तार दिलों के जुड़े रहें, हिन्दू हों या मुस्लिम हों ...
मेहनत जो यहाँ करें, भरके मन में आस। चेहरे में ख़ुशी दिखे, रुचि रहे फिर पास।। मेहनत जो यहाँ करें, भरके मन में आस। चेहरे में ख़ुशी दिखे, रुचि रहे फिर प...
त्रिवेणी' बना शान, रोता जो समय खोया। त्रिवेणी' बना शान, रोता जो समय खोया।
कभी लगा जोर का ठोकर उसके ताकत से ही वह बल खाएगा I कभी लगा जोर का ठोकर उसके ताकत से ही वह बल खाएगा I
कहानियों के झुंड में एक और कहानी उग रही है। कहानियों के झुंड में एक और कहानी उग रही है।
जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है। जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है।